बिहार : महामहिम राज्यपाल जी द्वारा बिहार आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए जाने से उस पार्टी के गाल पर गहरा तमाचा लगा है जिसने अपने 15 वर्षों के शासन काल में दलितों, पिछड़ों व अतिपिछड़ों को पंचायत के एक वार्ड का मेम्बर तक नहीं बनने दिया। वह पार्टी अपने को आरक्षण- चैंपियन घोषित करती है।
साथ ही भाजपा का धन्यवाद कहते हुए कहा कि- ‘धन्यवाद की पात्र तो भाजपा है जिसने विधानसभा में आरक्षण विधेयक का समर्थन कर इसे सर्वसम्मत बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। और सबसे ज़्यादा तो महामहिम को साधुवाद। जिन्होंने बिना देर किए हस्ताक्षर कर दिए। जिससे जाली आरक्षण -चैपियन पार्टी के बिना कुछ किए वोट हासिल करने के नापाक मंसूबे पर पानी फिर गया’ l