सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (Mallikarjun Kharge)मल्लिकार्जुन खरगे पर लिखी गई पुस्तक, मल्लिकार्जुन खरगे: ‘पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट’ का बुधवार को विमोचन किया। नई दिल्ली के जवाहर भवन में आयोजित समारोह में सोनिया गांधी के अलावा विपक्ष के कई नेताओं ने खरगे की नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा जताया है।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मतदान होने के बाद और 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति के बीच कांग्रेस पार्टी, मल्लिकार्जुन खरगे को खामोशी से आगे ला रही है। सोनिया गांधी की मौजूदगी में विपक्षी नेताओं ने माना कि खरगे ही ‘सोलिल्लादा सरदारा’ यानी हार न मानने वाले लीडर हैं।
पुस्तक विमोचन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस पुस्तक में मेरे बारे में लिखा है..आप सभी के संदेश से मैं बहुत प्रभावित हूं। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र, अपने राज्य और अपने देश के लोगों के लिए जो योगदान दे पाया हूं, वह मतदाताओं और पार्टी नेताओं द्वारा मुझ पर दिखाए गए विश्वास के कारण है… जब मुझे कांग्रेस द्वारा विधायक चुनाव लड़ने के लिए चुना गया था पार्टी मैं केवल 29 वर्ष का था…”l
कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खरगे पर लिखी गई पुस्तक के विमोचन समारोह में उन सभी प्रोटोकॉल को फॉलो किया, जो पार्टी के शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति के लिए करने होते हैं। जैसे, समारोह आरंभ होने से पहले सबसे पहले मंच पर मल्लिकार्जुन खरगे पहुंचे।
उसके बाद सबसे आखिर में खरगे ने ही अपना संबोधन दिया। समारोह की समाप्ति पर मंच से नीचे उतरने के लिए खरगे ही सबसे पहले अपनी कुर्सी से उठे। उनके पीछे सोनिया गांधी रहीं। कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, राजनीतिक जीवन एवं राष्ट्र की लोकतांत्रिक यात्रा में खरगे का पचास साल का सफर शानदार रहा है।
वे अपनी विचारधारा पर चलते रहे। उन्होंने एक बार भी समझौता नहीं किया। वे सदैव मूल्यों की राजनीति करते रहे हैं। इस लंबी यात्रा में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी है। राष्ट्र की सेवा में खरगे ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। जन सेवा में खरगे का इतना लंबा सफर, प्रेरणादायक है। सामान्य परिवार से आने वाले खरगे, सांप्रदायिकता से लड़े, धर्मनिरपेक्षता की राह पर चले और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई।
उनका विश्वास सभी के लिए अनुकरणीय है।समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री टी आर बालू, सीताराम येचुरी, आरजेडी सांसंद प्रोफेसर मनोज झा, प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंद्र सुक्खू सहित कांग्रेस पार्टी के अनेक नेता मौजूद रहे।