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कर्नाटक सरकार द्वारा (AGBTS) एनुअल ग्लोबल बेंगलुरु टेक शिखर सम्मेलन शुरू किया गया

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बेंगलुरू: (AGBTS) कर्नाटक सरकार द्वारा बुधवार से एनुअल ग्लोबल बेंगलुरु टेक शिखर सम्मेलन शुरू किया है। इस सम्मेलन में कई इनोवेशन पेश किए गए। इसमें एक ऐसा तकनीक को पेश किया गया जिसमें आप सिर्फ एक बार कोड के जरिए अपनी गैर मौजूदगी में भी ये जान पाएंगे की आपके घर के दरवाजे के बाहर कौन खड़ा है।

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वहीं, डीएनए डीकोडिंग से पता कर सकेंगे कि आपको आने वाले पांच-दस वर्षों में कौन सी बीमारी परेशान कर सकती है। इस सम्मेलन में एक ऐसा भी तकनीकी  पेश किया गया जिसके माध्यम से रिलीज के दिन ही आप मोबाइल या स्मार्ट टीवी पर फिल्म देख सकेंगे।

बेंगलुरु टेक शिखर सम्मेलन में देखा गया की डोरवी ने दुनिया का पहला QR कोड आधारित डोर वीडियो कॉलिंग सिस्टम बनाया है, जिसमें मोबाइल पर डोरखी एप डाउनलोड करने पर बारकोड स्टीकर मिलेगा। इसे एक्टिवेट करके दरवाजे पर लगाना होगा।

जब कोई दरवाजे पर आएंगा, तो उसे बारकोड को स्कैन करना होगा। स्कैन होते ही आप वीडियो कॉलिंग से जुड़ जाएंगे और देख सकेंगे कि दरवाजे पर कौन है, भले ही आप घर पर न हो। आपका मोबाइल नंबर भी शेयर नहीं होगा।

बेंगलुरु की लक्ष्मी पेंडराला ने ‘लमिफिट’ टेस्ट डिजाइन किया है। इसमें लार की टेस्टिंग से 113 बायोमार्कर के जरिए पता चल जाएगा कि आने वाले पांच-दस सालों में  आपको कौनसी बीमारी चपेट में ले सकती है। इतना ही नहीं ये टेस्ट ये भी बताएगी की आप कितने जल्दी बूढ़े होने वाले हैं। टेस्ट के नतीजे तीन हफ्ते में मिलते हैं। इस आधार पर सलाह दी जाती है कि कैसे खानपान व लाइफस्टाइल बदलकर बीमारियां टाल सकते हैं।

इस सम्मेलन में एआई आधारित स्टेथोस्कोप पेश किया गया, जिससे हार्ट, फेफड़े व पेट की ध्वनियों को ज्यादा स्पष्टता से सुनने में मदद मिलेगी। साथ ही उससे जुड़े मोबाइल पर इन साउंड्स को ग्राफ की तरह दिखाता है। मशीन लर्निंग की मदद से पता चलता है कि अंग कैसे काम कर रहे हैं। ये कम अनुभव वाले डॉक्टरों के लिए मददगार साबित होगा।

सिनेबाजार स्टार्टअप का डिजिटल थिवेटर एप बिना पायरेसी के फिल्म दिखाता है। हालांकि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली फिल्में इस पर नहीं देख सकेंगे। रिलीज होने के दिन मामूली दर का टिकट लेकर आप मोबाइल या पा स्मार्ट टीवी पर फिल्म देख सकते हैं।

थाईलैंड की ल्युमियो थ्रीडी ने एक ऐसा थ्रीडी फेस स्कैनर बनाया है। जिससे 16 कैमरे एक ही समय में चेहरे की तस्वीर लेकर 3 मिनट में डिजिटल अवतार दिखाएंगे। डॉक्टर्स डिजिटल पेंसिल के जरिए किसी भी हिस्से की लाइनिंग घटा-बढ़ा सकते हैं। मरीज भी सुझाव दे सकते हैं। ये सर्जिकल संभावनाओं के आधार पर नया चेहरा बनता है। अगर चेहरा मरीज को पसंद आता है तो वो सर्जरी की मंजूरी दे सकता है।

बता दें कि कर्नाटक सरकार का एनुअल ग्लोबल बेंगलुरु टेक शिखर सम्मेलन बुधवार से शुरू हुआ है, जिसमें 30 से ज्यादा देशों के तकनीकी नेता, स्टार्टअप, निवेशक और रिसर्च लैब्स एक साथ शामिल हुए। बेंगलुरु टेक समिट 29 नवंबर से 1 दिसंबर, 2023 तक बेंगलुरु पैलेस, बेंगलुरु में आयोजित है।

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