नए सीएम की ताजपोशी की तैयारी, BJP संसदीय बोर्ड की बैठक से मिल सकता सरप्राइज, धड़कने बढ़ी
बीजेपी (BJP) के कुनबे में मध्य प्रदेश के नए चीफ मिनिस्टर के नाम को लेकर मंथन की घड़ी आ गई हैं।
बीजेपी (BJP) के कुनबे में मध्य प्रदेश के नए चीफ मिनिस्टर के नाम को लेकर मंथन की घड़ी आ गई हैं। नतीजे के दो दिन बाद राजधानी दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की मीटिंग होने जा रही हैं। जिसमें अध्यक्ष जेपी नड्डा, पीएम मोदी-शाह की जोड़ी समेत दिग्गज बड़ा फैसला ले सकते हैं।
संसदीय बोर्ड के सदस्यों समेत सूबे में भी (BJP) बीजेपी के कई नेताओं की धड़कने बढ़ना शुरू हो गई हैं। पार्टी के सिर जीत का सेहरा बांधने वाली जनता भी नए मुख्यमंत्री का नाम जानने बेताब होती जा रही हैं। शिवराज सिंह चौहान तीन बार मुख्यमंत्री रहे।
मोदी-सीएम के मास्टर स्ट्रोक योजनाओं के बलबूते पार्टी को हासिल हुई प्रचंड जीत के हिसाब से मध्य प्रदेश सरकार में इस बार बहुत कुछ नया देखने मिल सकता हैं। चुनाव के शुरुआत से ही इसका संकेत देने पार्टी ने तीन मंत्रियों समेत 7 सांसदों को मैदान में उतारा। दो तिहाई से ज्यादा बहुमत फिर नई सरकार की जमावट 2024 की तैयारियों में भी ताकत बनेगी।
मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सस्पेंस को हाईकमान की मीटिंग ही डिसाइड करेगी। संभावनाओं के बाजार में ‘लाड़ले-लाड़ली’ शब्दों की फिर चर्चा। योजना नहीं बल्कि सीएम के नाम को लेकर। जिस मेहनत से शिवराज सिंह चौहान ने पूरा चुनाव लड़ा और पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरे तो पहला नाम तो उन्ही का होगा। लेकिन लाड़ली फैक्टर जिस तरह से चुनाव में छाया रहा तो उससे अन्य तरह के कयासों को भी बल मिल रहा हैं।
जो भी नाम फाइनल होंगे, केन्द्रीय बैठक के बाद ही पता चलेंगे। लेकिन चुनाव में सनातन हिंदुत्व एजेंडे के सहारे भी परिणामों में बदलाव नजर आया हैं। लोग उत्तर प्रदेश को भी याद कर रहे हैं। सियासी पंडितों की जुबान से रह-रहकर यूपी में सरप्राइजिंग चीफ मिनिस्टर योगी और डिप्टी सीएम पैटर्न को भी याद किया जा रहा हैं। वहीं आदिवासी वर्ग के सामने सियासत की बड़ी लकीर खीच चुकी बीजेपी इस तबके को भी दिल में रखे है। यदि दो डिप्टी सीएम के लिए एमपी में सहमति बनी तो एक महिला नाम के संकेत मिल सकते हैं।