राष्ट्रीय एकता अंखडता कैसे स्थापित होगी हमारे भारत मे जहाँ अलगाव वादी गन्दी राजनीति से हमे बाट दिया गया हो…..श्याम गुप्ता संस्थापक नागरिक सुरक्षा सेवा संगठन
रायगढ़ :- नेताओं का काम तो वोट के लिए चोट है विषय चाहे जो भी रहे पर धर्मगुरुओं ने इसकी पहल कहाँ की न ही सभी धर्मों के जिम्मेदार जागरूक राष्ट्रीय विचार धारा के लोग…जानने मानने के धार्मिक आस्था विषय को हमने प्रदर्शन बना के रख दिया जहाँ सभी धर्म के लोगों को एक दूसरे की आस्था का सम्मान करना था वहाँ एक दूसरे के धर्म के मजाक उड़ाना अपमान करना धर्मान्तरण जैसे गंभीर विषय से एक दूसरे के प्रति नफरत की आग फैलती जा रही है आंतरिक रूप से अब सवाल महत्वपूर्ण ये पैदा होता है इसे ठीक कौन करेगा नेता या धर्मगुरु या फिर हम तो मेरा मानना है नेता नहीं करेगा क्योंकि नेता ने आजादी के बाद से सिर्फ अलगाव वाद को बढ़ाया विभाजन के बाद भी और टारगेट में धर्मगुरुओ को और समाज प्रमुखो को लेकर अपने विचार धारा से बाँधकर भी रखा जिसके दुष्परिणाम भारत ने कई बार देखा जिसके शिकार निर्दोष लोग भी हुए असामाजिक तत्वों को पाप करने का मौका बहुत मिला तो साफ है पहल कोई नेता नहीं आम जन से शुरुआत हो भारत में शांति स्थापित करने के मुहीम आने वाली पीढ़ी के लिए वर्ना धार्मिक स्पर्धा प्रदर्शन से ये दावे बहुत किये जा रहे है की उनके भगवान अल्लाह प्रभु यीशु, श्री वाहे गुरूजी खुश हो रहे है पर मै नहीं मानता की वो ऊपर बैठा ये सब देखकर खुश हो रहे है अभी भी वक्त है आने वाली पीढ़ियों के अंदर नफरत की बीज पेड़ के रूप ले उसके जड़ को ही खत्म करे जिससे भाई भाई में सिर्फ प्रेम हो मित्रों ये बात मेरे भावनात्मक मेरे दर्द है जो आपको शेयर कर रहा हुँ इससे किसी भी मेरे अपनों का दिल दुःखाने के मंसा नहीं है…. जय हिन्द मित्रो