रायपुर: (Mahadev Satta App) महादेव एप सट्टेबाजी मामले में दस दिन हफ्ते ईडी की गिरफ्त में आए अमित अग्रवाल और नितिन टिबरेवाल की दूसरी रिमांड खत्म होने पर सोमवार को उन्हें विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया गया। ईडी के अधिकारियों ने फिर से रिमांड नहीं मांगा, लिहाजा न्यायाधीश ने दोनों को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। अब इस मामले की अगली सुनवाई तीन फरवरी को होगी।
Mahadev Satta App ईडी के विशेष लोक अभियोजक डा.सौरभ कुमार पांडेय ने बताया कि आनलाइन महादेव बेटिंग एप सट्टेबाजी मामले में 12 जनवरी को ईडी की गिरफ्त में आए नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल की पांच दिन की दूसरी रिमांड खत्म होने पर सोमवार को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के समक्ष पेश किया गया। फिलहाल दोनों आरोपितों की रिमांड की और जरूरत नहीं थी, इसलिए न्यायाधीश ने इन्हें 13 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया l
अमित अग्रवाल और नितिन टिबरेवाल पर रिमांड के दौरान पूछताछ में सहयोग न करने आरोप लगाते हुए ईडी के अधिकारियों ने कोर्ट में आवेदन पेश कर उनके मोबाइल का काल डिटेल की जांच करने और रिमांड की मांग की थी। इसके आधार पर पांच दिन की रिमांड मंजूर की गई थी।बताया जा रहा है कि पूछताछ में नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल से ईडी को सट्टेबाजी से जुड़ी कई अहम जानकारी मिली है। उनके खिलाफ दस्तावेजी साक्ष्य भी एकत्र किए गए है।
अमित अग्रवाल महादेव एप के भागीदार अनिल कुमार अग्रवाल का भाई है। ईडी की जांच में साफ हुआ है कि अमित अग्रवाल ने सट्टेबाजी में करोंड़ों रुपये कमाकर उसे दुबई में निवेश किए है। उसने अपने और पत्नी के नाम पर कई संपत्ति खरीदी है। बैंक खातों में 2.5 करोड़ रुपये जमा मिले है। वह सट्टेबाजी के पैसे को लोगों में लोन के रूप में बांटकर वापस ले लेता था।
जांच में यह भी पता चला है कि नितिन टिबरेवाल मेसर्स टेकप्रो आइटी के बहुसंख्यक शेयर धारक है। सोल्युशंस लिमिटेड कंपनी महादेव एप के लिए फ्रंट के रूप में काम कर रही थी। हालांकि पूछताछ के दौरान नितिन टेबरीवाल ने इस तथ्य को छुपाने की कोशिश की थी। वहीं आरोपियों ने अपने विदेशी बैंक खातों और संपत्तियों की भी कोई जानकारी नहीं दी थी। नितिन टीबरेवाल की दुबई में बंगले और कई संपत्तियां है। सट्टेबाजी से कमाए गए पैसे से वह शेयर खरीदता था l