Hit & Run Law को लेकर हड़ताल पर ट्रक ड्राइवर, पेट्रोल डीजल की किल्लत से पंप में लग रही लंबी लाइन, लोगों की दिक्कतें बढ़ीं
ट्रक और टैंकर चालकों की हड़ताल की वजह से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई भी बाधित हैं, जिसकी वजह से कुछ पेट्रोल पंप में लंबी लाइन लगी हुई हैं तो कुछ पेट्रोल पंप आज बंद हैं।
रायपुर: (Hit and run law) देश में लागू हो रहे नए हिट एंड रन कानून को लेकर प्रदेश भर के ट्रक ड्राइवर भी लामबंद हो गए हैं। प्रदेश भर में पिछले दो दिनों से ट्रकों के पहिए थमें हुए हैं। पिछले 24 घंटे से 80 फ़ीसदी गाड़ियां शहर के आउटर में खड़ी हैं। ट्रक चालक नए कानून के विरोध में गाड़ियों के परिचालन से मना कर रहे हैं।
Hit and run law ट्रक ड्राइवरों ने सोमवार को जहां प्रशासनिक कार्यालयों के सामने नारेबाजी कर विरोध जताया था तो वहीं मंगलवार को विभिन्न इलाकों में गाड़ियां खड़ी करके ट्रक चालक विरोध करते रहे। ट्रक और टैंकर चालकों की हड़ताल की वजह से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई भी बाधित है, जिसकी वजह से कुछ पेट्रोल पंप में लंबी लाइन लगी हुई हैं तो कुछ आज बंद हैं।
वाहन चालकों के लिए नए कानून को लेकर कवायद तेज कर दी गई है और इसके विरोध को लेकर वाहन चालक समेत वाहन मालिक सड़कों पर उतर चुके हैं। आंदोलन के दूसरे दिन भी इस कानून के विरोध को लेकर अलग-अलग जगह पर विरोध के नजारे देखने को मिले। छत्तीसगढ़ की राजधानी में ट्रक और बस चालकों की हड़ताल का आंशिक असर देखने को मिल रहा है ।
रायपुर में अनाज, सब्जी और फल मंडी में बाहर से गाड़ियां आज भी आई हैं और यहां से ये प्रदेश की छोटी छोटी मंडियो में सामान लेकर जा रही हैं। तीनों स्थानों पर व्यापारियों का कहना है कि फिलहाल हड़ताल का आंशिक असर देखने को मिल रहा है लेकिन अगर हड़ताल लंबी चलती है, तो फिर यहां पर भी इसका असर पड़ेगा क्योंकि इससे सप्लाई चेन गड़बड़ा जाएगी ।
सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में भी विरोध करते हुए वाहन चालकों ने अपनी-अपनी गाड़ियां सड़कों पर खड़ी कर दी। आलम यह है कि अंबिकापुर के अंतरराज्यीय प्रतीक्षा बस स्टैंड से जहां सैकड़ों गाड़ियां निकलती थीं। वहां गाड़ियों का परिचालन पूरी तरीके से बंद रहा। हद तो यह है की ट्रेन से उतरने वाले लोगों को ऑटो भी नहीं मिली। ऐसे में लोगों ने पैदल चलकर बस स्टैंड तक का सफर पूरा किया। हड़ताल के कारण जहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं यात्री भी अपने गंतव्य की ओर नहीं जा पा रहे।
ट्रांसपोर्टर और चालकों की मांग है कि जिस तरह से नियम बनाए जा रहे हैं उससे उन्हें वाहन चलाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दूसरे वाहन चालकों की गलती होने के बाद भी बड़े वाहन चालकों को इसका नुकसान भुगतना पड़ेगा। यही कारण है कि चालक कानून में बदलाव की मांग कर रहे हैं। साथ ही चालकों के हित में कानून बनाने की मांग भी की जा रही है। ट्रक ड्राइवरों ने ये भी ऐलान किया है कि अगर शीघ्र इस दिशा में सार्थक पहल नहीं की गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
दरअसल भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है। इसे लेकर ट्रक चालक विरोध में हैं। ट्रक चालकों का कहना है कि ये कानून उनके हित में नहीं हैं। जिन चालकों की सैलरी महज 10 से 12 हजार होती है वे दुर्घटना होने पर इतनी बड़ी राशि कैसे जमा करेंगे?
इधर ट्रक और टैंकर चालकों की हड़ताल की वजह से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई भी बाधित हैं, जिसकी वजह से कुछ पेट्रोल पंप में लंबी लाइन लगी हुई हैं तो कुछ पेट्रोल पंप आज बंद हैं। आम जनता का कहना है कि उन्हें 20, मिनट, आधे घंटे या उससे भी ज्यादा इंतजार करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि उनके रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं आम जनता ने इस परेशानी से राहत की मांग की हैं।
ड्राइवरों के हड़ताल के वजह से कोरबा के सभी पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डीजल की किल्लत शुरू हो गई है। यहां के सभी पेट्रोल पंपों पर लगी लंबी लंबी कतारे लग रही है। प्रशासन ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है। हिट एंड रन कानून के खिलाफ ड्राइवर कर रहे हड़ताल कर रहे हैं।
कोण्डागांव के फ्यूल प्वाइंट में पेट्रोल डीजल का कमी दिखाई देने लगा है, जिसके चलते जिला के लगभग सभी फ्यूल प्वाइंट ड्राई हो चुके हैं। पंप संचालकों की माने तो 2 जनवरी की शाम तक स्थिति सामान्य हो जाएंगे, लेकिन फिलहाल फ्यूल प्वाइंट ड्राई होने से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।