रायपुर। एम्स रायपुर AIIMS Raipur में बेमेतरा के रहने वाले 11 वर्षीय किडनी के गंभीर रोगी बच्चे का सफल किडनी ट्रांसप्लांट Kidney Transplant हुआ है। यह प्रदेश में किसी बच्चे का पहला कैडेवर किडनी ट्रांसप्लांट हैं। एम्स के तीन विभागों के चिकित्सकों के सघन प्रयास और ब्रेन डैड रोगी के परिजनों की उदारता के कारण यह संभव हुआ।
किडनी ट्रांसप्लांटेशन एक बड़ा ऑपरेशन होता है। किडनी प्राप्त करने वाला व्यक्ति आमतौर पर ट्रांसप्लांटेशन प्रक्रिया से महीनों या वर्षों पहले डायलिसिस पर होता है। दान की गई किडनी को एक चीरे के माध्यम से श्रोणि में रखा जाता है और इसे प्राप्तकर्ता की रक्त वाहिकाओं और मूत्राशय से जोड़ दिया जाता है।
ट्रांसप्लांट में सर्जरी के जरिए एक व्यक्ति से अंग निकाला जाता है और दूसरे व्यक्ति में लगाया जाता है। इसकी जरूरत तब पड़ती है जब मरीज का वो अंग काम नहीं करता या फिर किसी चोट या बीमारी से क्षतिग्रस्त हो जाता है। सर्जरी के दौरान डोनर के शरीर से किडनी निकालकर मरीज के शरीर में ट्रांसप्लांट की जाती है