Sirohi: सिरोही। सिरोही पिछले दिनों आबूरोड के मावल रीको ग्रोथ सेंटर में एक बिहारी श्रमिक की निर्मम हत्या Murder के मामले में पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरतार किया है। मोबाइल लूट की नियत से श्रमिक की हत्या की गई थी। आरोपियों के श्रमिक का मोबाइल लूटने का प्रयास करने पर श्रमिक ने विरोध किया तो उन्होंने श्रमिक पर चाकू से ताबड़तोड़ वारकर उसे मौत के घाट उतार दिया और मोबाइल लूट कर फरार हो गए।
शुक्रवार को एसपी सिरोही अनिल कुमार ने जिला मुयालय पर प्रेस वार्ता कर ब्लाइंड मर्डर व लूट की घटना का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि 19 मई की शाम को रीको ग्रोथ सेन्टर मावल के गेट के पास श्रमिक धनंजय कुमार मोबाइल पर बात कर रहा था। इसी दौरान दो अज्ञात आरोपी आए और धनंजय का मोबाइल लूटने का प्रयास किया। धनंजय ने अपने बचाव में दोनों आरोपियों का विरोध किया, तो बदमाशों ने चाकू से वारकर धनंजय की हत्या कर दी। आरोपी श्रमिक का मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे। घटना के संबंध में साथी श्रमिक बिहार के सारण जिले के मलोरा निवासी सनोज कुमार पुत्र ज्योधी महतो ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
वारदात में शामिल आरोपी अज्ञात होने से आरोपियों तक पहुंचना पुलिस के लिए काफी मुश्किल था। लेकिन घटना के बाद रीको ग्रोथ सेंटर में विभिन्न इकाइयों में कार्यरत मजदूरों और इकाई संचालकों ने मुय गेट पर विरोध प्रदर्शन क चेतावनी देने से पुलिस पर शीघ्र खुलासे का दबाव था। एसपी ने बताया कि घटना की गभीरता को देखते हुए लूट व हत्या की घटना करने वाले आरोपियों को ट्रेस आउट करने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई। टीमों की ओर से घटनास्थल का निरीक्षण कर मौके से घटना के सबन्ध में साक्ष्य जुटाए गए। आसपास और हाइवे के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर पुलिस ने संदिग्धों और लूट-चाकूबाजी करने वाले आरोपियों को चिह्नित कर पूछताछ की गई।
पुलिस ने मामले में 200 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। टीमों की लगातार मेहनत के बाद वारदात में शामिल दो आरोपियों को चिह्नित किया गया। घटना के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे। 19 मई को फैक्ट्री में रविवार का अवकाश होने से मृतक धनंजय कुमार फैक्ट्री से बाहर टहलते हुए रीको ग्रोथ सेंटर मावल आया और अपने घर के बाहर मोबाइल से बात कर रहा था। तभी दोनों आरोपियों ने धनंजय के पास जाकर उसका मोबाइल छीनने का प्रयास किया। धनंजय ने मोबाइल लूटने का विरोध किया, तो दोनों आरोपियों ने धनंजय को पकड़कर उसके शरीर में चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर लहूलुहान कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।