मेरठ: (Kisan Andolan) संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) के दिल्ली चलो कूच से खुद को अलग रखने वाले भारतीय किसान मोर्चा (टिकैत) का भी रुख बदलने लगा है। मंगलवार को आंदोलन के संबंध में भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अभी भले ही वह इस आंदोलन में शामिल नहीं हैं लेकिन सभी किसान हैं और सबकी अपनी समस्याएं हैं। यदि दिल्ली जा रहे किसानों पर अत्याचार हुआ, तो वह भी दिल्ली पहुंच जाएंगे। किसान और दिल्ली हमसे दूर नहीं है l
Kisan Andolan मंगलवार को एक ओर जहां पंजाब के किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे वहीं नरेश टिकैत शामली में एक शादी समारोह व अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त रहे जबकि राकेश टिकैत बेंगलुरु में थे। राकेश टिकैत का कहना है कि अलग-अलग राज्य में किसानों की अपनी समस्याएं हैं। देश में बहुत संगठन हैं, सब अपने तरीके से कार्य कर रहे हैं। सरकार गलत कर रही है, दीवार बना रही है, सड़कों पर कील ठोक रही है।
पाकिस्तान बार्डर पर भी तार और कील ठुकी है क्या? सरकार गलत तरीके से किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है, किसानों से बातचीत होनी चाहिए। वैसे संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया है l किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए हरियाणा और दिल्ली से लगती बागपत की सीमाओं पर पुलिस बल तैनात है लेकिन फिलहाल किसान बागपत के रास्ते दिल्ली नहीं जा रहे हैं।
बागपत की हरियाणा के सोनीपत से लगती सीमा पर निवाड़ा पुलिस चौकी, दिल्ली से लगती सीमा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर मवीकलां में यमुान पुल के पास और छपरौली पुल पर पुलिस बल तैनात है। इसके साथ ही मेरठ, गाजियाबाद, शामली और मुजफ्फरनगर से लगती बागपत की सीमाओं पर भी पुलिस व पीएसी तैनात की गई है l