लोकसभा में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पेपर लीक, किसान, ‘देश में फैले डर’, बजट और टैक्स से जुड़े मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा. राहुल ने कहा कि देश में डर का माहौल है, यह डर पूरे देश में फैला हुआ है. BJP के अंदर लोग डरे हुए हैं, मंत्री डरे हुए हैं और देश के किसान डरे हुए हैं
राहुल गांधी ने कहा कि शिक्षा बजट में 20 साल में सबसे कम पैसा दिया गया है, जो 2.5 फीसदी है. किसानों ने इस चक्रव्यूह से निकलने के लिए सरकार से MSP की लीगल गारंटी मांगी है. आपने किसानों को बॉर्डर पर रोक दिया. मुझे मिलने से रोका गया. इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं आपको असत्य नहीं कहने दूंगा. इसके जवाब में राहुल गांधी ने बताया कि जब मैं मीडिया को लेकर किसानों से मिलने गया तो फिर संसद के दरवाजे किसान नेताओं के लिए खोले गए.
राहुल गांधी ने कहा कि ये जो 2 लोग हैं, ये हिंदुस्तान के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बिजनेस को कंट्रोल करते हैं सर. इनके पास एयरपोर्ट्स हैं, नपोर्ट हैं, टेलीकॉम हैं, अब रेलवे में जा रहे हैं सर. इनके पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली है. अगर आप कहो कि इनके बारे में नहीं बोल सकते तो ये हमें स्वीकार नहीं है. हमें तो बोलना है. इस पर ट्रेजरी बेंच की ओर से हंगामा शुरू हो गया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सदन का नियम नहीं मालूम है. सदन नियम से चलता है. नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर को चैलेंज करके गरिमा को गिराया है. देश नियम से चलता है
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कोविड के समय में आपने छोटे बिजनेस को खत्म किया, इसकी वजह से बेरोजगारी बढ़ गई. अब वित्त मंत्री बैठी हैं, अब युवाओं के लिए आपने क्या किया. आपने इंटर्नशिप प्रोग्राम की बात की. ये शायद एक मजाक है. आपने कहा कि ये हिंदुस्तान की 500 कंपनियों में है. पहले आपने पैर तोड़ दिए और अब बैंडेज लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आज युवाओं के लिए एग्जाम पेपर लीक मुख्य मुद्दा है. जहां भी जाते हैं, वहां कहते हैं बेरोजगारी है. एक तरफ पेपर लीक चक्रव्यूह और दूसरी तरफ बेरोजगारी चक्रव्यूह. 10 साल में 70 बार पेपर लीक हुए हैं. पहली बार आपने सेना के जवानों को अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसाया. इस बजट में अग्निवीरों के पेंशन के लिए एक रुपया नहीं है. आप किसानों को MSP का अधिकार नहीं दे रहे हैं. आज भी रास्ता जाम है. किसानों को मुझसे मिलने के लिए अंदर नहीं आने दिया गया