श्याम बिहारी जायसवाल ने मंत्री पद की शपथ (Oath)ली. साल 2013 में जायसवाल पहली बार महेंद्रगढ़ से विधायक बने। इसके बाद अब 2023 में जनता ने इन्हें विधायक को चुना है। सन 1976 में जन्मे श्याम बिहारी जायसवाल कोरिया जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने एमएससी तक पढ़ाई की है । राइस मिल के पेशे से जुड़े हुए हैं ।
2010 में जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष चुने गए थे । साल 2023 के चुनाव में इन्होंने कांग्रेस के रमेश सिंह को 11880 वोटो से हराकर जीत हासिल की है । मनेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कांग्रेसी नेताओं में ही नाराजगी थी इसका पूरा फायदा श्याम बिहारी जायसवाल को मिला। स्थानीय मुद्दों को लेकर 2018 में चुनाव हारने के बाद से सक्रिय थे और 2023 में जनता ने इन्हें अपना प्रतिनिधित्व दिया।
टंक राम वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ( Oath ) ली. बलौदा बाजार से टंकराम वर्मा जो पहले केदार कश्यप के पीए रह चुके है आज उन्ही के साथ मंत्री मंडल की शपथ लेंगे. केदार कश्यप से पहले टंक राम वर्मा रमेश बैस के पीए रह चुके है जो अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल है.
संभागवार और वर्गवार मंत्री मंडल के बटवारे को देखा जाए तो सरगुजा संभाग से मुख्यमंत्री के साथ 3 मंत्री बनाए गए है. रायपुर संभाग से 2 मंत्री, दुर्ग संभाग से डिप्टी सीएम के साथ 1 मंत्री,बिलासपुर संभाग से डिप्टी सीएम के साथ 1 मंत्री और बस्तर संभाग से केवल एक मंत्री बनाया गया है. वहीं वर्ग वार की बात करें तो साय कैबिनेट में ओबीसी वर्ग का दबदबा है. 5 ओबीसी वर्ग के नेताओं को मंत्री मंडल में जगह दी गई थी. एसटी से 3 ,जनरल से 3 और एक मंत्री एससी वर्ग से बनाया गया है.
ओपी चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली. 2 जून 1981 को खरसिया में जन्मे ओपी चौधरी के पिता सरकारी शिक्षक थे ओमप्रकाश केवल 5 साल के थे तब उनके ऊपर से पिता का साया उठ गया था। पिता की मौत के बाद माता की आंचल में ओपी चौधरी पले बढ़े। चौधरी नेअपनी शुरुआती पांचवी क्लास तक की पढ़ाई अपने गांव से की। उसके बाद आठवीं क्लास तक की पढ़ाई उन्होंने जैमुरी शिक्षा स्कूल से की। वही 12वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ने के बाद ओपी चौधरी PET का टेस्ट पास करने में असफल रहे। ओपी का सपना बचपन से ही IAS बनने का था। इसके बाद वह इस की तैयारी के लिए निकल पड़े।