हरियाणा: (Nafe Singh Rathi Murder Case) इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बदमाश पूरी योजना बनाकर आए थे। उन्होंने पूर्व विधायक नफे सिंह की रेकी की और जब फाटक पर गाड़ी रुकी तो उसके चंद मिनटों बाद ही पीछे से आकर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी है। बदमाशों ने इस दौरान 50 से अधिक राउंड फायरिंग की। वहीं, कुछ मीटर आगे जाकर गाड़ी मोड़ते वक्त भी गोलियां चलाईं गईं। जिसके बाद बदमाश असौदा के रास्ते सोपीपत की तरफ भागे थे।
Nafe Singh Rathi Murder Case पुलिस लगातार सीसीटीवी खंगालने में जुटी है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बदमाशों ने अत्याधुनिक हथियारों से गोलियां चलाईं। हमलावर नौजवान थे। उन्होंने चेहरा भी नहीं ढक रखा था। मौके पर मौजूद एक युवक ही उनकी गाड़ी लेकर अस्पताल तक पहुंचा और भर्ती कराया। बहादुरगढ़ के गांव बराही में रविवार शाम 4:00 बजे इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी एक रस्मक्रिया में गए थे और शाम 4:45 बजे वापस बहादुरगढ़ लौट रहे थे l करीबन 5:00 बजे पैसेंजर गाड़ी बहादुरगढ़ से रोहतक की तरफ निकलनी थी, इसलिए फाटक बंद था।
नफे सिंह की गाड़ी फाटक पर आकर रुकी। गाड़ी रुकते ही पीछे से आई एक आई-20 कार से चार युवक उतरे। एक युवक गाड़ी के अंदर बैठा रहा। चारों ने कार सवार नफे सिंह राठी व उनके सहयोगियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नफे सिंह अगली सीट पर बैठे थे उन्हें पांच से ज्यादा गोलियां लगीं। कार में सवार ड्राइवर, गनमैन और राठी के एक अन्य सहयोगी को भी कई गोलियां लगीं। इनमें नफे सिंह राठी और जयकिशन दलाल मौके पर ही निढाल हो गए। सभी हताहतों को उसी गाड़ी से बहादुरगढ़ के ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल पहुंचाया गया।
सूचना मिलने पर पुलिस की टीमों ने घटनास्थल और अस्पताल में पहुंचकर मामले की जांच आरंभ की। डॉक्टरों ने नफे सिंह राठी व जयकिशन दलाल को बचाने के लिए काफी देर तक सीपीआर दिया, लेकिन दोनों की जान नहीं बचाई जा सकी। राठी पर हमले की खबर पूरे इलाके में फैल गई। अस्पताल के बाहर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। झज्जर से पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन भी अस्पताल पहुंचे। इसके बाद नफे सिंह और जयकिशन दलाल को मृत घोषित कर दिया गया।