Mungeli धान खरीदी बंद होने के कगार पर, बारदाने की किल्लत और उठाव की धीमी गति बनी वजह, किसान मांग रहे पड़ोसी जिलों का डीओ
Mungeli । धीमी गति से धान उठाव और बारदाने की किल्लत की वजह से जिले में धान खरीदी प्रभावित होने लगी है. आलम यह है कि जिले के दर्जन भर से ज्यादा धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी बंद होने की कगार पर है. स्थिति देख किसान समिति कर्मचारियों से पड़ोसी जिलों के लिए डीओ काटने की मांग करने लगे हैं.हालांकि, डीएमओ शीतल भोई का दावा है कि
Mungeli खरीदी की लिमिट बढ़ने से धान की आवक अचानक से बढ़ी है, इस वजह से धान उठाव की समस्या निर्मित हुई है. लेकिन विभाग की ओर से क्षमता से अधिक उठाव किया जा रहा है. वहीं समिति कर्मचारियों का कहना है कि विपणन विभाग को पहले से ही सुचारू उठाव के लिहाज से इंतजाम करना चाहिए था
क्योंकि लिमिट बढ़ने को लेकर चर्चा तो पहले से ही थी.हीं डीओ काट लेने के बाद विभाग का काम खत्म नहीं होता. राइस मिलर्स जो डीओ काटने के बावजूद धान नहीं उठा रहे हैं, उस पर नकेल कसने की जरूरत है. समिति कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि राइस मिलर्स चहेते धान उपार्जन केन्द्रों में उठाव करने में ज्यादा रुचि लेते हैं, जिसके चलते ऐसी स्थिति निर्मित होती है.
इन केंद्रों में ज्यादा समस्या
जानकारी के मुताबिक, धान जाम की सबसे ज्यादा स्थिति डिंडौरी, अखरार, तेलियापुरान, सुरेठा, लोरमी, डोंगरिया, गोंडखाम्ही, खुड़िया, चंदली, पंडरभठ्ठा, पैजनिया, धरमपुरा में धान जाम की स्थिति है.