रायपुर: (Mahadev Satta App) महादेव सट्टा एप केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में ईडी ने रायपुर, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, इंदौर, गुरुग्राम में छापेमारी की है। देश के कुल 15 ठिकानों पर ईडी ने दबिश दी है। इस मामले में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब तक 580 करोड़ रुपए फ्रीज किये गये हैं। वहीं 1296 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हो चुका है। इसके अलावा महादेव सट्टा एप का मेन ऑपरेटर आरोपी गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार कर लिया है। तलरेजा की गिरफ्तारी भोपाल से हुई है। उसे आज रायपुर ईडी को सौंपा जा सकता है। रायपुर ईडी को तलरेजा और रतनलाल जैन के पास से शुभम सोनी के साथ करोड़ों रुपयों के ट्रांसजेक्शन का रिकॉर्ड मिला था l
Mahadev Satta App इससे पहले ईडी ने 28 फरवरी को 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस मामले में छत्तीसगढ़ के कई नेता और अधिकारी जांच के घेरे में हैं। ईडी ने छतीसगढ़ पुलिस की एफआईआर पर जांच शुरू की थी। इसके अलावा विशाखापटनम पुलिस और कुछ अन्य राज्यों की पुलिस ने भी महादेव एप के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसे ईडी ने रिकॉर्ड पर लिया था। छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप कांड की आंच अब भोपाल तक पहुंच चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात को भोपाल समेत कई शहरों में छापेमारी की। भोपाल के गिरीश तलरेजा को भी गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी ईडी की टीम ने तलरेजा के भोपाल स्थित घर पर छापा मारा था। ईडी को अब भी इस मामले में भोपाल के ही रतनलाल जैन की तलाश है।
भोपाल ईडी की टीम तलरेजा को रायपुर ईडी को सौपेंगी। ईडी ने गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात भोपाल के साथ-साथ रायपुर, कोरबा, बिलासपुर, पत्थलगांव, सूरजपुर, प्रतापपुर में एक साथ छापे मारे हैं। पांच साल पहले कोलार से गिरफ्तार हुआ सट्टाकिंग गिरीश तलरेजा साल 2019 में आरोपी तलरेजा दुबई भागने की फिराक में था। हालांकि सीआईएसएफ ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद साल 2019 में भोपाल पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर हिरासत में लिया था।