रायपुर: (Mahadev App Case) महादेव सट्टा आनलाइन बेटिंग एप मामले में ED की ओर से विशेष अदालत में पेश किए गए परिवाद के पंजीबद्ध होने को लेकर सुनवाई 10 जनवरी को होनी है। इसी पर दुबई से एप के कथित प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के सहयोगी रवि उप्पल का प्रत्यर्पण टिका हुआ है। रवि फिलहाल दुबई की जेल में बंद है। 13 दिसंबर को उसके गिरफ्तार होने की खबरें सार्वजनिक हुई थीं। महादेव एप की शुरुआत छत्तीसगढ़ से ही हुई और यहीं सबसे पहले इस एप के संचालकों पर एफआइआर भी दर्ज हुई।
Mahadev App Case दुर्ग जिले में हुई एफआइआर को आधार बनाकर ईडी ने इसमें जांच शुरू की और पाया कि महादेव एप के जरिये छह हजार करोड़ों का घोटाला हुआ है। यह राशि दुबई में बैठे महादेव एप के प्रमोटरों तक पहुंची है। ईडी के आरोप पत्र के अनुसार इस राशि का एक प्रभावी हिस्सा राजनयिक और पुलिस के तंत्र पर भी खर्च हुआ। ईडी ने भिलाई निवासी कार ड्राइवर असीम दास के हवाले से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को करोड़ों रुपये दिए जाने की जानकारी अदालत को दी है।
हालांकि बाद में असीम ने ईडी के डायरेक्टर को एक पत्र लिखकर रुपये देने की बात से साफ इन्कार कर दिया है। रायपुर की विशेष अदालत में महादेव एप को लेकर ईडी का परिवाद बीते 20 अक्टूबर से अदालत में पेश है। वहीं पिछले दिनों पूरक परिवाद पत्र अदालत में पेश किया गया जिसमें पांच नए आरोपितों के नाम शामिल हैं। इस परिवाद के पंजीबद्ध होने से ईडी को मामले की विवेचना पर न्यायालय का प्रथमदृष्ट्या समर्थन मिलेगा, जो इस मामले में आरोपियों के लिए कानूनी मुश्किलें दूर करेगा।