रायपुर: (Kejriwal) छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में चुनाव संपन्न हो चुके है। बात करें परिणामों की तो 3 राज्यों छग, एमपी और राजस्थान में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है। वही तेलंगाना में कांग्रेस ने बीआरएस को सत्ता से बेदखल कर दिया है। मिजोरम में भी मतगणना पूरी कर ली गई जहाँ जेपीएम को बहुमत हासिल हुआ है। इस तरह भाजपा ने प्रमुख राज्यों को हथियाने में कामयाबी पाई है। वही कांग्रेस के हाथ से भी हिंदी पट्टी के दो राज्य छत्तीसगढ़ और राजस्थान से सत्ता गंवानी पड़ी।
बात छत्तीसगढ़ की ही करें तो यह कांग्रेस को करारा झटका लगा है जिससे उनके नेता उबर नहीं पा रहे है। कांग्रेस के नेताओं को भी ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं थी। यहाँ पार्टी ने चुनाव के पहले और चुनाव के दौरान 75 पार का नारा बुलंद किया था तो इस दावे के उलट उनकी सीट आधी ही रह गई। पिछली बार उन्हें 68 सीटें हसिल हुई थी जो कि इस बार महज 35 सीटों पर सिमटकर रह गई। लेकिन इसके अलावा छत्तीसगढ़ में तीसरे ताकत के तौर पर आम आदमी पार्टी (Kejriwal) भी मैदान में थी।
2018 में उन्होंने (Kejriwal) 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जबकि इस बार आम आदमी पार्टी के 57 उम्मीदवर मैदान में थे। चौंकाने वाले रिजल्ट में आम आदमी पार्टी के सभी उम्मीदवारों की करारी हुई है। इतना ही नहीं बल्कि कोई भी प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा सका। इस तरह भगवा आंधी में ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि अरविन्द केजरीवाल की पार्टी भी धराशाई हो गई।