Earthquake in Nepal: जजरकोट में कल रात आए भूकंप से भारी नुकसान, यहां देखें तबाही का मंजर
नेपाल प्रधानमंत्री कमल दहल ने जताया दुख
(Earthquake in Nepal) भारत के कई राज्यों में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसी क्रम में नेपाल की धरती भी कांपी, यहां इसके भयावह परिणाम देखे गए। अब तक इस आपदा में मृतकों की संख्या 140 पहुंच गई है। आपदा को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर दुख व्यक्त किया।
यह जजरकोट के अस्पताल का नजारा है। शुक्रवार रात को घायलों को यहां लाया गया था। नेपाल के एक अधिकारी के मुताबिक, भेरी अस्पताल, कोहलपुर मेडिकल कॉलेज, नेपालगंज सैन्य अस्पताल और पुलिस अस्पताल को भूकंप प्रभावितों के लिए समर्पित अस्पताल बनाया गया है।
नेपाल में सभी हेली-ऑपरेटरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है और प्रभावित क्षेत्रों से घायलों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा के लिए नियमित उड़ान आवाजाही निलंबित कर दी गई है। नेपालगंज हवाई अड्डे और सैन्य बैरक हेलीपैड पर एक एम्बुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड डॉक्टरों और सहायता सामग्री के साथ भूकंप प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हो चुके हैं। ये जानकारी पीएमओ की तरफ से दी गई है।नेपाल वेबसाइट द काठमांडू पोस्ट के मुताबिक पश्चिमी नेपाल में शुक्रवार देर रात भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए राहत अभियान जारी है।
नेपाल में भूकंप के चलते मलबे में वाहन दब चुके हैं। अपनों की तलाश में अस्पतालों में तगड़ी भीड़ इकट्ठा है। नेपाल प्रधानमंत्री दहल ने घायलों के इलाज के लिए सभी प्रकार के सुविधा मुहैया कराने की बात कही है।भूकंप से नेपाल को भारी नुकसान हुआ है। कहीं इमारत ध्वस्त तो कहीं मलबे में दबे वाहन। अपनों के इलाज के लिए अस्पतालों में पीड़ितों की भारी भीड़ लगी हुई है। नेपाल से आईं तस्वीरें वहां के भयानक मंजर को बयां कर रही हैं।
नेपाल पीएमओ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल जी ने शुक्रवार रात 11:47 पर जजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और घायलों तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया है।