सक्ती : सरकार ने इस वर्ष 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी करने का वादा किया है, जिससे किसान काफी खुश हैं, मगर सक्ती जिले के किसान उमाशंकर पटेल अपना धान नहीं बेच पाए. इसे लेकर वो काफी दुखी हैं. उन्होंने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है.
Corrupt दरअसल उमाशंकर के दुख का कारण सरकार का लापरवाह और भ्रष्ट (Corrupt)सिस्टम है. किसान उमाशंकर ने बताया कि इस वर्ष कंप्यूटर ऑपरेटर की गलती से गलत खाता नंबर पंजीयन कर दिया गया है. इसके कारण वो धान नहीं बेच पा रहा है. वहीं इस गलती को सुधारने के लिए वो लगातार विभाग के चक्कर भी काट रहा है. उनको रिश्वत की भेंट भी दे चुका है, मगर अभी तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. थक हारकर किसान उमाशंकर पटेल ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है.