CM Bhajan Lal Sharma: पूर्व CM गहलोत ने लिखा.. 22 दिन बाद भी नहीं हुआ मंत्रिमंडल का गठन, फ़ैल रही निराशा
गौरतलब है कि पिछले महीने हुए राजस्थान के 199 सीटों पर हुए चुनाव में अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस को 69 सीटें हासिल हुई थी, जबकि भाजपा ने 115 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था। शेष 13 सीटें अन्य के खाते में गई थी।
जयपुर: (CM Bhajan Lal Sharma) पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद परिणाम इसी महीने के 3 दिसंबर को सामने आ गए थे। इनमें से तीन अहम राज्यों में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया। बीजेपी ने राजस्थान और छत्तीगसढ़ में कांग्रेस की सरकार को बाहर कर दिया तो वही एमपी में प्रचंड सीटों के साथ फिर से वापसी की। पांच राज्यों में कांग्रेस सिर्फ तेलंगाना में ही सरकार बना पाई।
(CM Bhajan Lal Sharma) बात करें इन राज्यों में मंत्रिमंडल के गठन की तो तेलंगाना में कांग्रेस ने नतीजों के बाद ही इस औपचारिकता को पूरा कर लिया था। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में भी सीएम साय ने अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया था। यहाँ 9 मंत्रियों ने शपथ लिया था तो वही आज मध्यप्रदेश में भी करीब 28 मंत्री शपथ की तैयारी में जुटे है। लेकिन राजस्थान में अब तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सका है। ऐसे में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने इसे लेकर ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया दी है।
CM Bhajan Lal Sharma ने लिखा है कि “जनता में अब निराशा व्याप्त होने लगी है क्योंकि राजस्थान की जनता ने 3 दिसंबर को BJP को स्पष्ट जनादेश दिया पर 22 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है जिससे शासन संचालन में ठहराव की स्थिति आ गई है। हर विभाग भी असमंजस की स्थिति में है। जनता देख रही है कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किन मंत्रियों के पास जाए। जल्द से जल्द मंत्रिमंडल गठन होना चाहिए जिससे सरकार का कामकाज सुचारू रूप से चल सके।
मीडिया के माध्यम से ये भी जानकारी में आया है कि चिरंजीवी योजना में निजी अस्पतालों द्वारा इलाज नहीं किया जा रहा है। वर्तमान सरकार को हमारी सरकार की योजनाओं को लेकर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए जिससे जनता को परेशानी ना हो एवं कोई नई व्यवस्था लागू होने तक पूर्ववत व्यवस्था चालू रखनी चाहिए।”
गौरतलब है कि पिछले महीने हुए राजस्थान के 199 सीटों पर हुए चुनाव में अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस को 69 सीटें हासिल हुई थी, जबकि भाजपा ने 115 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था। शेष 13 सीटें अन्य के खाते में गई थी।