INDIA Alliance को तगड़ा झटका प. बंगाल में TMC के बाद AAP ने पंजाब में किया अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान
कोलकाता : लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance)को तगड़ा झटका लगा है। टीएमसी ने पश्चिम बंगाल में और आम आदमी पार्टी ने पंजाब में INDIA Alliance से अलग होने का फैसला कर लिया है। इससे विपक्षी एकता को तो झटका लगा ही है, यह कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। एक तरह से इंडिया गठबंधन के क्षेत्रीय दल कांग्रेस के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
इससे पहले ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि सीटों के बंटवारे को लेकर उनका प्रस्ताव कांग्रेस ने नहीं माना, इसलिए पश्चिम बंगाल में टीएमसी सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की कुल 42 सीटों में से कांग्रेस को 2 सीट का ऑफर दिया था। जाहिर तौर पर यह बात कांग्रेस को हजम नहीं हुई।
आम आदमी पार्टी की ओर से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में AAP का कांग्रेस के साथ कुछ नहीं है। पार्टी पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस की पहली प्रतिक्रिया
ममता बनर्जी के बयान पर जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी, जो अभी असम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान असम में हैं। जयराम ने कहा, ममता बनर्जी ने वादा किया था कि भाजपा को सब मिलकर हराएंगे। उनके बिना इंडिया गठबंधन की कल्पना नहीं की जा सकती है। हमें अभी भी उम्मीद है कि कोई न कोई बीच का रास्ता निकलेगा और सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। लंबे रास्ते में स्पीड ब्रेकर तो आते ही हैं
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने 8 से 14 सीट की मांग टीएमसी के सामने रखी थी। इस पर अब ममता बनर्जी ने अपना रुख साफ कर दिया था। कालीघाट में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि कांग्रेस सीट शेयरिंग में देरी कर रही है। इससे नुकसान हो रहा है।
केसी त्यागी ने दिए संकेत, क्या बिहार में भी होगा खेला
ममता बनर्जी के से अलग होने के बाद बिहार में हलचल तेज है। जदयू नेता केसी त्यागी ने ममता के फैसले के बाद कांग्रेस पर ही निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। जिस तरह से नीतीश कुमार को लेकर अटकलें तेज हैं, आशंका जताई रही है कि किसी भी पल बिहार में भी बड़ा खेल हो सकता है।
कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि कांग्रेस देशभर में 300 सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस ने बाकी सीटें भी क्यों छोड़ी है?
बताते चलें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी को 22 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस ने दो सीटें जीतीं थी और भाजपा ने राज्य में 18 सीटें हासिल की थी।