बालाघाट नोडल अधिकारी को किया Suspend
डाकमत पत्रों का वायरल वीडियो से मचा हड़कंप, शिकायत के बाद नोडल अधिकारी को लापरवाही करने पर किया गया निलंबित
बालाघाट: (Suspend)मध्य प्रदेश के बालाघाट के तहसील कार्यालय में बनाए गए अस्थाई स्ट्रांग रूम का वीडियो सोशल मीडिया में जहां एक ओर तहलका मचा रहा है तो दूसरी और अब यह मामला राजनीतिक गलियारों में भी तूल पकड़ने लगा है। वायरल वीडियो सोशल मीड़िया में इस तरह से पेश किया जा रहा है कि स्ट्रांग रूम में डाकमत पत्रों की हेरा-फेरी कर गिनती की जा रही है।
जबकि वायरल वीडियो का सच यह है कि डाकमत पत्रों की विधानसभा के अनुसार छटनी की जा रही थी। हालांकि इस मामले में जांच के बाद कुछ लापरवाही पाई गई है जिसको लेकर नोडल अधिकारी हिम्मतसिंह भवेरी को निलंबित कर दिया गया है।
बालाघाट के तहसील कार्यालय में जिले के सभी छह विधानसभा के पोस्टल बैलेट पेपर आ रहे हैं। जहां उसे स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाता हैं। सोमवार को पोस्टल बेलेट के सार्टिंग कराने का कार्य कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा था। जिसमें भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी के प्रतिनिधियों को सूचना देकर अवगत कराया गया था कि 3 बजे स्ट्रांग रूम खोला जायेगा और उनके प्रतिनिधि की उपस्थिति में बैलेट पेपर सार्टिंग की जायेगी। यह कार्य जब हो रहा था तब भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी के प्रतिनिधि मौजूद थे।
इस कार्य को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधियों को संदेह होने पर और वे तहसील कार्यालय पहुंचे। उन्हें ऐसा प्रतीत होने लगा कि अवकाश के दिन भी तहसील कार्यालय में अंदर ही अंदर बैलेट पेपर की गिनती हो रही हैं। इस सूचना पर कांग्रेस के समर्थक कुछ लोग पहुंचें।
जिन्होने वहां के अमला से जानने का प्रयास किया तो वे कुछ संतोष प्रद बातें नहीं बता सके। जिसके चलते इसकी शिकायत कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी तक पहुंची। जिन्होंने तत्काल एसडीएम गोपाल सोनी को पहुंचाया। जहां पर उन्होंने पहुंचते ही मामले की स्थिति स्पष्ट की और सब शांत हो गये।
निर्वाचन की प्रक्रिया अनुसार प्रतिदिन अन्य जिलों से आने वाले इटीबीपीएस व अन्य जिलों से प्राप्त डाक मत पत्रों की प्राप्ति के बाद दोपहर 3:00 बजे स्ट्रांग रूम खोलकर विधानसभावार छंटनी की जाती है। इसके पश्चात बंडल बनाकर व्यवस्थित रूप से आयोग के निर्देशानुसार कार्य सम्पादित किया जाता है।
यह अभ्यार्थी व राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के संज्ञान में लाकर किया जाता है। सोमवार को जब अस्थायी स्ट्रांग रूम खोला गया तो किसी के द्वारा वीडियो बनाकर भ्रम फैलाने की कोशिश की गई। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी के द्वारा निर्वाचन आयोग को इसकी शिकायत की गई। मीडिया से चर्चा करते हुये कांग्रेस प्रत्याशी ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही करने के गंभीर आरोप जिला निर्वाचन अधिकारी पर लगाये है।
कांग्रेस की शिकायत के बाद जांच उपरांत यह तत्थ सामने आये कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को 3 बजें स्ट्रांग रूम खोलने की सूचना दी गई थी। लेकिन वह समय से पहले खोल लिया गया। इतना ही नहीं जांच में यह बात भी सामने आई की सभी राजनीतिक दलों के लोगों को स्ट्रांग रूम खोलकर डाकमत पत्रों के सार्टिंग किये जाने की सूचना दी जानी थी लेकिन नोडल अधिकारी द्वारा ऐसा नही किया गया।
इस लापरवाही के चलते उन्हें निलंबित करने की कार्यवाही की गई है। साथ ही नोडल अधिकारी द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर को भी इस बात की जानकारी नही दी गई। इस लापरवाही के चलते उन्हें निलंबित करने की कार्यवाही की गई है।