(Auto Driver) जांजगीर-चाम्पा के पंतोरा में पत्थर पटककर हुई हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। ऑटो ड्राइवर ने खुद ही अपनी हत्या की साजिश रची थी और झारखंड के व्यक्ति चुरामन साव, जो यात्री बनकर जा रहा था, उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी ऑटो ड्राइवर शंकर शास्त्री को गिरफ्तार किया है और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
बता दें कि आरोपी Auto Driver ड्राइवर, बिलासपुर का रहने वाला है। आरोपी द्वारा जब वारदात की गई तो वह नशे में धुत्त था। पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले थे और साइबर टीम की मदद से आरोपी को पकड़ा गया है। SP विजय अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 25 दिसम्बर की रात बिलासपुर से कोरबा जाते वक्त ऑटो बार-बार खराब हो रहा था और यात्री चुरामन साव, ऑटो ड्राइवर शंकर शास्त्री को बार-बार टोंक रहा था।
इससे नशे में धुत्त ऑटो ड्राइवर ने यात्री चुरामन साव को ऑटो से खींच दिया, जिससे चुरावन साव के सिर पर चोट आई। फिर ऑटो ड्राइवर ने साजिश रची और उसने अपना कपड़ा यात्री चुरावन साव को पहना दिया। साथ ही सिर को पत्थर से कुचल दिया और मोबाइल को शव को पास छोड़ दिया, जूते को ऑटो में रख दिया और इसे एक्सीडेंट का रूप देने ऑटो को पलट दिया।
26 दिसम्बर की सुबह भारत माला रोड पर रक्तरंजित लाश मिली तो मृतक की पहचान ऑटो ड्राइवर शंकर शास्त्री के रूप में हुई। परिजन ने भी शव की पहचान की थी, लेकिन वारदात की जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया। उधर वारदात के बाद मृतक चुरावन के मोबाइल, आधार कार्ड को लेकर कोरबा पहुंच गया था। कोरबा के लॉज में उसने खुद का नाम चुरावन साव बताया और मोबाइल नम्बर अपना लिखाया।
पुलिस जांच में ऑटो ड्राइवर के जिंदा होने की बात सामने आई। ऑटो ड्राइवर ने अपनी पहचान छिपाने मुंडन करा लिया था और हुलिया बदल लिया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ है, जिसके बाद आरोपी ऑटो ड्राइवर की पहचान भी कराई गई, जिस तरह आरोपी ऑटो ड्राइवर ने वारदात को अंजाम दिया है, इसे जिसने भी सुना, वह हैरान रह गया। ना कोई दुश्मनी, ना कोई बड़ी वजह, मामूली बात को लेकर जिस तरह ऑटो ड्राइवर शंकर शास्त्री ने वारदात को अंजाम दिया, उसके बाद वह गुनहगार बन गया है और सलाखों के पीछे पहुंच गया है।