सांसदों के निलंबन के बीच Jaya Bachchan ने उठाया संसद के वॉशरूम का मुद्दा…!
सांसदों के निलंबन पर बात करते हुए जया बच्चन ने कहा कि उन्होंने 18 सालों में इस तरह की चीज नहीं देखी है।
(Jaya Bachchan) संसद से 141 सांसदों के निलंबन के बाद समाजवादी पार्टी (एसपी) सांसद जया बच्चन ने गंदे वॉशरूम का मुद्दा उठाया है। सत्ता पक्ष पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ उन्हें बोलने नहीं देते हैं।
एनडीटीवी से बात करते हुए जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने कहा,”हम सुबह से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। सदन के नेता ने कहा है कि हम देखेंगे कि आपमें कितना धैर्य है। सदन की कार्यवाही आज रात 11 बजे तक चलेगी। वे हर पांच मिनट में पानी और वॉशरूम के लिए ब्रेक लेते हैं। जबकि यहां के वॉशरूम भी इतने भयानक स्थिति में हैं।”
केंद्र पर बिना चर्चा के विधेयकों को पारित करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए एसपी सांसद ने कहा,”वे अनुचित और अन्यायपूर्ण उपायों का उपयोग कर रहे हैं। बिल पास कराना है तो ऐसे ही करो। ‘हां और ना’ करने का क्या मतलब है? यह नाटक क्यों?”
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को 78 सांसदों के निलंबन के बाद मंगलवार को अन्य 49 सांसदों को शेष सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। उनके ऊपर ‘गंभीर कदाचार’ का आरोप लगा है। निलंबित होने वाले सांसदों में कांग्रेस नेता शशि थरूर, मनीष तिवारी और कार्ति चिदंबरम, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव शामिल हैं।
पिछले सप्ताह सदन में संसद की सुरक्षा उल्लंघन को लेकर सांसदों ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से चर्चा के साथ-साथ बयान की मांग की थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। कुल मिला कर दोनों सदनों से विपक्ष के 141 सांसदों को कम से कम शीतकालीन सत्र के समापन तक निलंबित किया गया है।
सांसदों के निलंबन पर बात करते हुए जया बच्चन ने कहा कि उन्होंने 18 सालों में इस तरह की चीज नहीं देखी है। उन्होंने कहा,”यह लोकतंत्र का मजाक है। राज्यसभा में विपक्ष में सिर्फ तीन महिलाएं बची हैं। गला सुख गया है लेकिन कोई हमारी बात नहीं सुन रहा है। मुझे समझ नहीं आता कि संसद टीवी में हमारे चेयरमैन को दिखाया जाता है और अगर कोई और बीजेपी नेता होगा तो उसे दिखाया जाएगा या कभी-कभी महिला को भी दिखाया जाता है लेकिन कुछ भी हो विपक्ष को कभी नहीं दिखाया जाता। ये लोकतंत्र नहीं है, ये लोकतंत्र का मजाक है।”
उन्होंने आगे कहा,”आप कुर्सी पर बैठें और अपनी चिंताएं व्यक्त करें लेकिन हमारी चिंताओं का क्या? कल हमारे कई विपक्षी सदस्यों को बर्खास्त कर दिया गया। मैं जानना चाहता हूं कि यह न्याय प्रणाली क्या है?”
जया बच्चन ने सदन में बोलने ना देने का आरोप लगाते हुए कहा,”हम सुबह से बोलने की कोशिश कर रहे हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि हमें बताया गया है कि हम सदन में व्यवधान डाल रहे हैं। जबकि हम अपनी जगह पर खड़े होकर बोल रहे थे। बोलना हमारा अधिकार है। हम जो कहना चाहते हैं उसे कहना हमारा अधिकार है और हमारे उन सभी सांसदों के साथ एकजुटता दिखाते हुए जिन्हें कल बर्खास्त कर दिया गया था और जो सदस्य आज सदन में थे उन्हें बर्खास्त न करने के इस अनुचित फैसले के साथ हम बाहर चले गए।”