INS Imphal: अब समुद्र में होगी आमने-सामने की टक्कर, दुश्मनों को ध्वस्त करने Arab Sea में उतरा भारत का सबसे आधुनिक वॉर शिप, जानें INS Imphal की खासियत
(INS Imphal) समुद्र में चीन की बढ़ती दखलंदाजी को रोकने के लिए भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत बढ़ा दी है। आर्मी और वायु सेना की ही तरह नौसेना को भी लेटेस्ट तकनीक के हथियारों और विध्वंसक युद्धपोतों से लैस किया गया है। आज नौसेना की ताकत और बढ़ गई है। क्योंकि आज नए स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर इंफाल को कमीशन किया गया है। भारत का नया वॉर शिप INS Imphal आज भारत नव सेना में शामिल हो गया है। कमीशनिंग का ये कार्यक्रम मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में हुआ। जिसमे गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह शामिल हुए l
INS Imphal वॉर शिप भारत की पहली वॉर शिप है जिसका नाम नार्थ ईस्ट के शहर के ऊपर रखा गया हैं। ये भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मणिपुर के योगदान चाहे वो एंग्लो-मणिपुर वॉर हो या नेताजी का 1944 में INA का झंडा फहराना हो, पर एक बड़ी श्रद्धांजलि हैं।
INS Imphal की खासियत
- – डिस्प्लेसमेंटः 7400 टन
- – लंबाईः 535 फीट
- – बीमः 57 फीट
- – इंजनः डीजल-इलेक्ट्रिक
- – स्पीडः 56 km/hr
- – रेंजः 7400 km
- – क्षमताः समंदर में 45 दिन रह सकता है।
- – 50 अधिकारी और 250 नौसैनिक होंगे तैनात।
INS Imphal में चार कवच डिकॉय लॉन्चर्स लगे हैं साथ ही इसमें 32 बराक 8 मिसाइलें, 16 ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल 4 टॉरपीडो ट्यूब्स, 2 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स, 7 प्रकार के गन्स हैं। इसके अलावा 2 RBU-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स भी लगे हैं। इसमें सुरक्षा के लिए DRDO द्वारा बनाया गया इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर शक्ति ईडब्ल्यू सुइट और कवच चैफ सिस्टम लगा है।
INS Imphal में 100 KM की रेंज की 32 एंटी-एयर बराक मिसाइलें तैनात की जा सकती है। वहीं इसके अलावा एक 76 mm की OTO मेराला तोप, 4 AK-603 CIWS गन पहले ही लगी है। इसी के साथ INS Imphal पर Westland Sea King या HAL ध्रुव हेलिकॉप्टर ले जाए जा सकते हैं। इसले बैटल डैमेज कंट्रोल सिस्टम्स लगाए है ताकी युद्ध के दौरान अगर जहाज का कोइ हिस्सा अगर डैमेज भी हो जाए तो जहाज काम करना बंद नहीं करेगा।