रायपुर: (Dr. Raman) सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उससे पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रमन सिंह का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए रखा। उपमुख्यमंत्री अरुण साव उसका समर्थन किया। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने भी रमन सिंह का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए रखा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका समर्थन किया। 5 प्रस्ताव रखा गया। सर्वसम्मति से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने (Dr. Raman) रमन सिंह को बधाई दी। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री सहित विपक्ष को भी बधाई देते हुए कहा कि इन्होंने परंपरा को कायम रखा। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष केंद्र में मंत्री, सांसद, विधायक और मुख्यमंत्री रहे हैं इन्हें सदन का लंबा अनुभव है। इनका सहयोग और मार्गदर्शन मुझे सदैव मिलता रहा है आगे भी मिलता रहेगा।
आज से विधानसभा के शीत सत्र का आगाज हो गया है। यह सत्र दो मायनो में काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। पहला कि संसद की सुरक्षा में चूक के बाद यह विधानसभा का पहला सत्र है तो वही विधानसभा चुनाव के बाद बदली हुई सरकार की अगुवाई में इस पूरे सेशन का आयोजन होगा। भाजपा नीत नई सरकार इस सत्र में अपने घोषणाओं को अमलीजामा पहनाना शुरू कर रही है लिहाजा सरकार की तरफ से अनुपूरक बजट भी इस सत्र में लाया जाना प्रस्तावित है। यह अनुपूरक बजट अब तक के सबसे बड़े अनुपूरक बजट में से एक होगा जिसके करीब 11 हजार करोड़ रुपये के होने का अनुमान है।
ज्ञानवापी विवाद से जुड़ी पांच याचिकाओं पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट 19 दिसंबर को अपना फैसला सुनाएगा। अदालत ने इस मामले में 8 दिसंबर को सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया था। जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच आज सुबह 11:00 बजे फैसला सुनाएगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट से आज जिन 5 याचिकाओं पर फैसला आना है, उनमें से 3 याचिकाएं 1991 में वाराणसी की अदालत में दायर किए गए केस की मेनटेनिबिलीटी से जुड़ी हुई हैं।