पाकिस्तान: (Nawaz Sharif) पाकिस्तान में गुरुवार को मतदान की प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब वोटों की गिनती जारी है। लगभग 12 करोड़ मतदाताओं ने इस चुनाव में हिस्सा लिया था। वहीं कई जगहों पर हिंसा की भी खबरें आई थीं। पाकिस्तान में कई घंटे तक मतदान रोका गया था। इस दौरान विरोध होने लगा तो चुनाव आयोग ने जल्द परिणाम घोषित करने के आदेश दिए हैं। अब लगातार वोटिंग की गिनती की जा रही है l
Nawaz Sharif पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के मुखिया और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को लाहौर के एनए-130 सीट से जीत मिली है। उन्होंने पीटीआई समर्थित उम्मीदवार यासमीन राशिद को हराया है। बता दें कि नवाज शरीफ लगभग 55,981 वोटों से विजयी हुए है। तो दूसरी ओर नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज लाहौर NA-119 सीट से जीत गई हैं। यहां से PTI समर्थक उम्मीदवार शहजाद फारूग हार गए l
दुनिया को बताएं कि पाकिस्तान के लोगों का स्पष्ट और भारी जनादेश चुराया जा रहा है। अभूतपूर्व मतदान पूर्व धांधली और उत्पीड़न के बावजूद, मतदान के दिन रिकॉर्ड भारी मतदान हुआ। प्रत्येक स्वतंत्र परिणाम में पीटीआई को भारी बहुमत से जीतते दिखाया गया। फॉर्म 45 सबसे निचले स्तर पर चुनाव परिणामों का प्राथमिक स्रोत हैं। प्रत्येक उम्मीदवार के वोटों को प्रत्येक मतदान केंद्र पर फॉर्म 45 पर सारणीबद्ध किया जाता है। इन फॉर्मों की प्रतियां पीटीआई उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों द्वारा एकत्र की गई हैं, जो उन्हें बड़े बहुमत से जीतते हुए दिखाती हैं।
हालाँकि, रिटर्निंग अधिकारी अब फॉर्म 47 का उपयोग करके परिणामों में हेरफेर कर रहे हैं, जो प्रत्येक मतदान केंद्र से सभी फॉर्म 45 का सारांश है। इसके अलावा, पोलिंग एजेंटों के अपहरण और फर्जी फॉर्म 45 पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किए जाने की भी खबरें हैं। चुनाव अधिनियम के अनुसार रात 2:00 बजे तक नतीजे (फॉर्म 47) जारी करना अनिवार्य है। प्रपत्र 47 की गणना और संकलन की प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवार और उनके मतदान एजेंटों की उपस्थिति भी अनिवार्य है। हालाँकि, ये दोनों आवश्यकताएँ पूरी नहीं की गईं।
ऐसी खबरें आ रही हैं कि पीटीआई के नामांकित उम्मीदवार विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में अचानक हार रहे हैं, जबकि वे पहले ही स्पष्ट बहुमत से जीत चुके थे। पीटीआई ने फॉर्म 45 को प्रमाणित किया है, जो होने वाली धोखाधड़ी को साबित करता है। पीटीआई के पास धांधली के वीडियो सबूत भी हैं। न तो पीटीआई और न ही पाकिस्तान के लोग इन बड़े पैमाने पर धांधली वाले नतीजों को स्वीकार करेंगे। उलोगों के जनादेश में हेरफेर से केवल अधिक अराजकता और अस्थिरता पैदा होगी l