(BSP) कार्यस्थल पर कुत्ते का आतंक है। 1 जनवरी को एक कर्मचारी के पैर और कमर पर कुत्ते ने हमला बोल दिया। खून से लथपथ कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए कुत्ते से भिड़ गया। सेफ्टी शू से कुत्ते पर वार किया। तब तक कुछ अन्य कर्मचारी पहुंचे और कर्मी को सुरक्षित बचाया। कुत्ते के काटने से इंफेक्शन बढ़ता जा रहा है। लेकिन, बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) की ओर से इस दिशा में कुछ भी प्रयास नहीं हो रहा है। इंज्युरी फॉर्म तक नहीं भरा गया है।
BSP इस वजह से कर्मचारी से ड्यूटी भी कराई जा रही है। जान जोखिम में डालकर कर्मचारी उत्पादन प्रक्रिया में जुटा हुआ है। अपना योगदान दे रहा है। बढ़ते हुए इंफेक्शन को देखकर रूह कांप जाएं, लेकिन प्रबंधन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। विभागीय जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं। अगर, आपको किसी दिन अनहोनी की सूचना मिल जाए तो हैरान मत होइएगा। संबंधित विभाग की ढिलाई का मामला कर्मचारी यूनियन एचएमएस तक पहुंच गया है। महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने सूचनाजी.कॉम को पूरा मामला बताया।
प्रमोद कुमार मिश्र इस मामले को उच्च प्रबंधन तक तक पहुंचाने की बात कर रहे हैं ताकि कर्मचारी को किसी अनहोनी से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि बेस्ट वर्क प्लेस का खिताब मिला है। और सच्चाई यह है कि कुत्ता कई कर्मचारियों को काट चुका है। बताया जा रहा है कि साल के पहले दिन 1 जनवरी को स्टील मेल्टिंग शॉप-2 के लैडल-बे पर शाम 5 बजे चार्जमैन विजय कुमार सिंह काम कर रहे थे, तभी एक कुत्ते ने हमला कर दिया। पहले पैर पर काटा। खुद को बचाने के लिए कुत्ते से भिड़ गए, तब तक कुत्ते ने पीठ पर भी काट लिया।
सेक्टर-4 के सड़क नंबर 2 के निवासी विजय को तत्काल अस्पताल ले जाया गया। इंजेक्शन लगा है, लेकिन राहत नहीं मिल रही है। इंफेक्शन बढ़ता जा रहा है। 4 जनवरी को इंफेक्श को दायरा और बढ़ गया था। 6 जनवरी को पीठ पर इंफेक्शन तेजी से बढ़ता जा रहा है। जख्म का एरिया करीब चार गुना इंफेक्शन की वजह से काला हो गया है। प्रमोद कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पर्सनल आफिसर हर्षा अग्रवाल से बात की। जवाब मिला इंज्युरी फॉर्म नहीं भरा जाता है। सेफ्टी का मामला नहीं है। चर्चा है कि एक साल पूर्व भी इसी तरह एक कर्मी को कुत्ते ने यहीं काटा था।