AI ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ) का इस्तेमाल कर काल करके ठगी के नए मामले आ रहे सामने पुलिस के नाम का इस्तेमाल कर पैसे ऐंठने का नया तरीका।
जागरूक रहने की आवश्यकता ऐसे काल आए तो घबराए नहीं पुलिस को दे सूचना :- नागरिक सुरक्षा सेवा संगठन छ.ग
दंतेवाड़ा :- साइबर क्राइम करने वाले नित्य नए नए तरीके खोजकर लोगो के साथ ठगी को अंजाम देते है। जैसे जैसे लोग ठगी करने वालो के तरीकों को समझ पाते है वैसे ही ये ठग नए तरीके इजाद करते है। इस बार तो ठगो द्वारा बिलकुल अनोखा तरीका अपनाया जा रहा है बता दे की काल करके पुलिस थाने से बोल रहा हु ऐसा कहकर पीड़ित को धमकाकर की आपका बेटा हमारे थाने में है उससे बात कीजिए ठीक उसी बीच ऐ.आई याने ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) टूल्स की मदद से एक युवा की रोते हुए आवाज आती है जिसमे वह कह रहा होता है की मम्मी या पापा मुझे इन्होंने बहुत मारा है प्लीज बचा लीजिए। अब ज्यादातर बच्चे अपने होम टाउन से बाहर राज्यो में पढ़ाई करने जाते है उन्ही के नाम पर अब ये साइबर ठग ठगी करने लगे है। घबराए नही सबसे पहले आप संबंधित व्यक्ति जिसके नाम से आपको बोला जा रहा है की वो मुसीबत में है उसे काल कीजिए। मामले की सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन में देवे। ऐसे अपरिचित नंबर को ब्लॉक करे साथ ही मामले की जानकारी अपने रिश्तेदारों व परिचितों को दे ताकि वे भी इनके झांसे में ना आए।
नागरिक सुरक्षा सेवा संगठन के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष डीएम सोनी बताते है की सभी को जागरूक रहने की जरूरत है। सबसे बड़ी चिंता का विषय है की टेलीकाम कंपनियों के पास यूजर का सारा डाटा रहता है जिसमे नाम सहित पता रहता है ऐसे में ये गोपनीय जानकारी इन ठगो के पास होनी कही ना कही डाटा लीक होने की तरफ इशारा करता है। क्यों की अक्सर नाम के साथ ठग पते तक की जानकारी काल में देते है। इसके अलाव भी कई फर्जी काल नाम के साथ आते है जिससे ये तो समझ आ रहा है की यूजर का डाटा किसी ना किसी माध्यम से ठगो तक पहुंचता है। जो की सबकी प्रायवेसी को लेकर गंभीर चिंता का विषय है। नागरिक सुरक्षा सेवा संगठन आप लोगो से अपील करता है की जब तक साइबर अपराधो को लेकर प्रत्येक नागरिक जागरूक नही होगा ये ठग इसी तरह घटनाओं को अंजाम देते रहेंगे और नित्य नए नए तरीके खोजते रहेंगे।
एंड्रॉयड यूजर किसी भी प्रकार के लिंक को क्लिक ना करे। अपना पिन नंबर 🏧 की कोई जानकारी किसी को साझा ना करे। किसी भी प्रकार के अनजाने काल आफर लॉटरी आदि के लालच में पड़कर कोई जानकारी साझा ना करे। फेसबुक एवं वॉट्सएप अकाउंट को सिक्योर रखे। अपने जान पहचान वालो का ही रिक्वेस्ट स्वीकार करे।
यदि आप साइबर ठगी का शिकार हो गए है तत्काल इसकी सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन में देवे। सावधान रहे सुरक्षित रहे जागरूक रहे जय हिंद